हे भोले !
सावन महीने में भोले बाबा की प्रार्थना पढ़िए अनुश्री-कविताएं में :
हे भोले !
आप संपूर्ण जगत के जीव हो, जड़ हो,
आप सबके जन्म हो, जीवन हो और मृत्यु हो ।
हे महादेव !
आप समुद्र के अपार जल व उसके हिमगिरि हो,
आप उसकी लहरें हो और तूफान भी हो ।
हे त्रिपुरारी !
आप पर्वत श्रृंखला की विशालता हो,
आप वायु हो, अग्नि हो, और वनस्पति हो ।
हे महाकाल !
आप सूर्य, चंद्रमा, ग्रह, नक्षत्र, आकाश
गंगा हो,
सबकी गति हो, उनके प्रकाश हो ।
हे देवादिदेव !
आप ब्रह्मांडो के ब्रह्माण्ड अनंत हो,
आप सबकी गति हो, क्रिया हो, द्रव्य और उर्जा हो ।
हे आशुतोष !
आप शून्य हो, आप ही संपूर्ण चेतना व अस्तित्व हो,
आप ही भोक्ता हो और भर्ता भी आप हो ।
हे अवढर दानी !
आपके लिए कुछ असंभव नहीं, मेरे लिए कुछ
संभव नहीं - मेरा जीवन प्रकाशित और
प्रसन्न कर दो ।
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