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Showing posts from August 5, 2018

प्रधान जनसेवक महादेव

“आपत्ति काले विपरीत बुद्धि” :- मोदी महादेव ने अपने भक्तों के मध्य में उस समय दिव्यास्त्र फेंका जब वे आँखें मूंद कर भजन में तल्लीन थे | उनकी आँखें खुलीं: कुछ भय में भागने लग गये, कुछ के पैर काँपने लगे और कुछ की निगाहें उस दैविक अस्त्र पर टिक गयीं | कुछ लोग आगे बढ़े और एक ने जैसे ही उस भयानक अस्त्र को उठाया, वह तुरन्त इतनी संख्या में उपलब्ध हो गया कि सबको एक एक मिल गया | लड़ाई छिड़ गई – किसी का सिर कटा, किसी का हाथ तो किसी का पैर | फिर क्या था 36 करोड़ देवता उन पर फूल वर्षाने लगे लेकिन ये हरकत हिन्दू महादेव को पसंद न आई | भारतीय संस्कृति के पालक महादेव ने तो ऐसा इसलिए किया था क्योंकि उन्हें बहुत बड़ी संख्या में भक्त चाहिए, किन्तु हुआ क्या उस बड़ी संख्या में दूसरे भक्तों ने पहले तमाशा देखा फिर कुछ ही भजन के लिए तैयार हुए बाकी सब देवताओं की ओर हाथ जोड़कर उन्हें धन्यवाद देने लगे | प्रधान जनसेवक महादेव को ये सारे दूसरे भक्त तो भी मिल जाते क्योंकि मूल भक्तों के मधुर भजन सुनना इन्हें भी अच्छा लगता | “अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का, यार ने ही लूट लिया घर यार का !”

एक हथेली कोमल सुन्दर

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तप्त भूमि है हवा विषैली  निर्मम ध्वनि संसार में,  हृदय हृदय में गरल स्वार्थ का  धोखा हर व्यापार में ।  एक हथेली कोमल सुन्दर  सिर सहलाये प्यार से  नहीं मिली वह कहीं नहीं  धरणी, अम्बर, पाताल में ।  इतना निराश भी क्यो है, पागल !  शीतल द्रुम छाया में बैठ,  सरिता सलिल प्यार की बहती  करुणा, अभिलाषा में देख,  दूर कहीं घाटी से आती  सुन पुकार पीड़ित मीठी सी ।  परिचित स्वर का स्वर प्रतिउत्तर  मध्य शैल मालाएँ उँची सी ।                        - Ramesh Chandra Tiwari

Farmer

The person who knows the different elements of agriculture is more of a farmer than a mere politician and can make the best representative of farmers. As far as PM Modi ji is concerned, he talks of the industrial development but he also understands the difficulties that farmers face, knows the latest techniques of how their problems can be dealt with and, on the top of that, feels the very pain in the hearts of the farmers. He has been the complete prime minister unlike those who belonged to a high social class, had never known how rural people live, had always conjured up images of a dream country life, and as a result had been impoverishing farmers. Now he has raised the prices of agricultural products; fertilizer is available to the farmers in abundant; solar pumps are there to save diesel and electricity, cutting the cost of their crop irrigation; and there are several schemes for farmers that provide farm subsidy. Now in comparison, the UPA Government always lacked budget to mee...

प्राथमिक शिक्षा विभाग

मैने विभिन्न सरकारों को देखा है और यह अनुभव किया है कि सरकारें दो उद्देश्य से चलती हैं: या तो जनहित लाभ की प्राथमिकता को लेकर या स्वहित लाभ की प्राथमिकता को लेकर, जबकि प्रत्येक सरकार का उद्देश्य जनहित लाभ ही होना चाहिए | कांग्रेस, बीएसपी और आरजेडी तीन ऐसी पार्टियाँ हैं जो स्वहित लाभ के लिए बदनाम हो चुकी हैं | बीजेपी एक मात्र ऐसी पार्टी है जिसका उद्देश्य सदैव जनहित लाभ रहा है | इस क्रम में दूसरे नंबर पर जेडीयू आती है | जहाँ तक समाजवादी पार्टी का सवाल है इसका कोई सिद्धांत नहीं, इसका एजेंडा खुल्ला खेल फरूखावादी रहा है | अब हम आते हैं उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार पर – इसका मुख्य मंत्री अच्छा, इसकी नीति अच्छी, इसकी कार्य प्रणाली अच्छी किन्तु इसके कुछ मंत्री तो अपने लाभ के चक्कर में पूरे बीजेपी की साख को चोट पहुचा रहे हैं | प्राथमिक शिक्षा विभाग ही ले लीजिए, इसका उद्देश्य लोगो को सुकून देना होना चाहिए न कि उन्हें प्रताड़ित करना | ठीक है, कोर्ट ने फ़ैसला दिया कि प्रत्येक विद्यालय भवन बच्चों के स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा के अनुकूल होना चाहिए | अब मान लीजिए कुछ वेरोज़गार लड़कों ने विद्यालय खोल...