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Showing posts from November 20, 2016

स्वच्छ भारत अभियान पर एकांकी

पहला दृश्य ( शहर का एक मोहल्ला जो पूरे शहर में एक आदर्श बस्ती के रूप में जाना जाता है । सभी मोहल्ला वासी अपने-अपने घरों की तथा आस-पास की सफाई के प्रति पूरी तरह जागरूक हैं । सॉफ-सुथरी गलियाँ हैं और नालिया कहीं भी चोक नहीं हैं । किसी भी दीवाल पर कहीं एक धब्बा या धूल नज़र नहीं आती । सार्वजनिक जगहों जैसे पार्क , स्कूल इत्यादि मे सुलभ शौचालय उपलब्ध हैं । सभी अच्छे कपड़े पहनते हैं और मेहनत से अपने व्यवसाय में लगते हैं ताकि किसी प्रकार के आभाव का सामना न करना पड़े । सुबह का समय है । उसी मोहल्ले की एक गली है जिसमें मोहल्ले का ही एक युवक जिसका नाम प्रतीक है अपनी मोटर साइकिल से गुजर रहा है । इतने में अचानक एक छत से निकली एक पाइप से पानी की धारा नीचे नाली में गिरती है और छीटें उछलकर उसके कपड़े गन्दा कर देती हैं । वह अपनी बाइक को एक किनारे खड़ा कर देता है । ) प्रतीक : ( ऊपर देखते हुए ) ओय भल्लू , तू कभी नहीं सुधरेगा । आ देख , मेरे नये कपड़ों की क्या हालत हुई है । आज वैसे भी देर से हूँ । अब बता अपने काम पर समय से कैसे पहुचूँ ? भल्लू : ( अपने छत से नीचे देखते हुए ) परती , तू बह

A Prayer to Gurudev

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A green, green garden we entered, Glorious though, we felt disturbed Because of fear of the unknown. It looked like some alien zone. Names of flowers, trees and plants We learnt from our dads and moms. The world in classrooms then unveiled; Life engaged us in its field. All was dark yet all was dark, Course mysterious, no spark Until we bathed in thy light, In thy beauty blessed and bright. To thy feet, we make deep bows. Make us bloom like morning rose. O Gurudev, O the soul divine! Shade us by thy hand benign.                                                 - Ramesh Chandra Tiwari                                                                 Wednesday, 23 November 2016

500 व 1000 नोट बन्दी - एकांकी नाटक

500 व 1000 नोट बन्दी - एकांकी नाटक प्रथम दृश्य ( ८ नवम्बर 2016 की शाम को दिल्ली से टीवी के माध्यम से घोषणा करते हुए । ) मोदी जी : मेरे प्यारे देशवासियों , विकास की इस दौड़ में हमारा मूल मंत्र रहा है “ सबका साथ , सबका विकास ” । यह   सरकार गरीबों को समर्पित   है और समर्पित रहेगी । एक तरफ आतंकवाद और जाली नोटों का जाल देश को तबाह कर रहा है तो दूसरी ओर भ्रष्टाचार और काले धन की चुनौती देश के सामने बनी हुई है। बहनों भाइयों , देश को इन दीमकों से मुक्त कराने के लिए एक और सख्त कदम उठाना ज़रूरी हो गया है। अतः आज रात्रि 12 बजे से वर्तमान में जारी 500 रुपये और 1,000 रुपये के करेंसी नोट कानूनन अमान्य होंगी । अब इन नोटों को 10 नवम्बर से लेकर 30 दिसम्बर 2016 तक अपने बैंक या डाक घर के खाते में जमा करवा सकते हैं तथा अपनी जरूरत के अनुसार फिर से निकाल सकते हैं। केवल शुरू के दिनों में खाते से धनराशि निकालने पर प्रतिदिन दस हज़ार रुपये और प्रति सप्ताह बीस हज़ार रुपये की सीमा तय की गई है जो आने वाले दिनों में बढ़ा दी जायेगी। तत्काल आवश्यकता के लिए 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों को नए एवं म