स्वच्छ भारत अभियान पर एकांकी
पहला दृश्य ( शहर का एक मोहल्ला जो पूरे शहर में एक आदर्श बस्ती के रूप में जाना जाता है । सभी मोहल्ला वासी अपने-अपने घरों की तथा आस-पास की सफाई के प्रति पूरी तरह जागरूक हैं । सॉफ-सुथरी गलियाँ हैं और नालिया कहीं भी चोक नहीं हैं । किसी भी दीवाल पर कहीं एक धब्बा या धूल नज़र नहीं आती । सार्वजनिक जगहों जैसे पार्क , स्कूल इत्यादि मे सुलभ शौचालय उपलब्ध हैं । सभी अच्छे कपड़े पहनते हैं और मेहनत से अपने व्यवसाय में लगते हैं ताकि किसी प्रकार के आभाव का सामना न करना पड़े । सुबह का समय है । उसी मोहल्ले की एक गली है जिसमें मोहल्ले का ही एक युवक जिसका नाम प्रतीक है अपनी मोटर साइकिल से गुजर रहा है । इतने में अचानक एक छत से निकली एक पाइप से पानी की धारा नीचे नाली में गिरती है और छीटें उछलकर उसके कपड़े गन्दा कर देती हैं । वह अपनी बाइक को एक किनारे खड़ा कर देता है । ) प्रतीक : ( ऊपर देखते हुए ) ओय भल्लू , तू कभी नहीं सुधरेगा । आ देख , मेरे नये कपड़ों की क्या हालत हुई है । आज वैसे भी देर से हूँ । अब बता अपने काम पर समय से कैसे पहुचूँ ? भल्लू : ( अपने छत से नीचे देखते हुए ) परती , तू बह...