कांग्रेस देश के बर्वादी की जड़ है
शायद ही कोई ऐसा देश रहा हो जो ब्रिटिश कालोनी नहीं था | एक समय आया जब एक के बाद दूसरे आज़ाद होने लगे | जो भी देश आज़ाद हुआ उसकी प्राथमिकता नागरिकों की शिक्षा थी | इस तरह शिक्षित नागरिक अपने देश को सशक्त व विकसित करने में लग गये | परन्तु जब हिन्दुस्तान आज़ाद हुआ तो यहाँ एक परिवार ने सदैव सत्ता में बने रहने को प्राथमिकता दी और देश के नागरिकों को इसलिए अशिक्षित बनाए रखा ताकि वे उसकी सस्ती और समाज बाँटने की राजनीति के जाल से बाहर न निकल सकें | परिणाम यह हुआ कि आज अशिक्षा की वजह से देश जनसंख्या के भार से दब चुका है : वेरोज़गारी, अव्यवस्था, सामाजिक घृणा, तुष्टिकरण की राजनीति, भुखमरी, बीमारी - अब इन सबका कोई इलाज़ नहीं है | ईश्वर ही इस देश को चला सकता है, मनुष्य के वश से सब कुछ निकल चुका है | अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार क़ानून सही अर्थों में राष्ट्रीय अत्याचार क़ानून है क्योंकि इससे किसी का भला नहीं होने वाला है बल्कि आराजकता, हिंसा, उत्पीड़न देश में जंगल के आग की तरह फैल जाने की पूरी संभावना है | इस तरह के जितने क़ानून हैं वे सभी कांग्रेस माता के या तो पुत्र हैं या तो उसके पौत्र हैं | बीजे...