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Showing posts from February 20, 2022

Make Haste to Vote!

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  The sky is clear; birds sing you hear; Warm winter breeze; at rest are trees; Ambience is cozy; all things look rosy. Red blooms on pools, hot air there cools The aged and lad, our Mom and Dad, Calls you your Rashtra; your vote you cast. Vote vote vote vote make haste to vote! Vote for India, vote for India! Ramesh Tiwari

The Honourable Home Minister, Shri Amit Shah, at Bahraich

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Shri Vikas Jaisawal, the devoted worker of BJP, presented the Honourable Home Minister, Shri Amit Shah, with my book ‘The Rise of NaMo and New India’ while receiving him into the city of Bahraich on Thursday, 24 February 2022. The HM addressed the large audience at KDC ground. He appealed to the people of Bahraich to vote for Smt Anupama Jaisawal, who has ever been very friendly to the people of this BJP seat. “BJP has performed well in first four phases and will have a big lead from Western UP,” said Shri Amit Shah. “The Yogi government has provided a peaceful and crime-free atmosphere for the people. He has instilled confidence in the long oppressed majority that they speak freely about their faith, beliefs and culture.” Then he added, “It is the double-engine government that could ensured the constant supply of electricity, top class transport infrastructure, houses and food to the underprivileged.”

राष्ट्रीय पार्टी

राष्ट्रीय स्तर पर वही पार्टी विकास करती है जिसमें जिम्मेदारी का विकेन्द्रीकरण होता है । इसके विपरीत जिस पार्टी में जिम्मेदारी केवल पार्टी प्रमुख के हाथों में केंद्रित होती है वह पार्टी विकास कभी नहीं कर सकती । कांग्रेस इस समय इसी बीमारी से ग्रस्त है क्योंकि गाँधी परिवार को डर है कि यदि अधिक लोगों को बोलने की छूट दी गई तो कोई दूसरा राहुल गाँधी से अधिक लोकप्रिय हो सकता है, परिणाम स्वरुप पार्टी पर परिवार का प्रभुत्व समाप्त हो सकता है । यही हाल समाजवादी पार्टी का है, अखिलेश जी अकेले भाजपा जैसी पार्टी से लड़ रहे हैं क्योंकि अन्य लोगों को जिम्मेदारी बांटने का जोखिम उठाना नहीं चाहते । आम आदमी पार्टी प्रमुख केजरीवाल ने प्रारम्भ में ही प्रभावशाली लोगों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था उसके बाद वे अकेले ही मोर्चा संभाल रहे हैं । ममता दीदी हों या दक्षिण भारत की क्षेत्रीय पार्टियां हों, सबका यही हाल है । ये सभी पार्टियां किसी एक प्रान्त से बाहर अपना प्रभाव विकसित नहीं कर सकतीं । इस तरह वर्तमान में केवल बीजेपी ही राष्ट्रीय पार्टी है और उसका कोई विकल्प नहीं है ।