Monday 27 September 2021

जीवन जिसमें आहें न हों

 

जीवन जिसमें आहें न हों,

जीवन जिसकी राहें न हो,

जीवन वह जो तपा नहीं है,

जिसमें आँसू बहा नहीं है,

वह जीवन जो जिया गया हो,

जिसमें वैभव भरा रहा हो,

दिल टुकड़ों में टूटा न हो,

किसी चाह में चीखा न हो,

कंठ प्यास से सूखे न हों,

जिसमें सपने मीठे न हों,

ऐसा जीवन मरा हुआ है,

उत्तर-दक्षिण पड़ा हुआ है ।

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