आपकी सुरक्षा एकमात्र आपका परिवार

 इस दुनिया में न न्याय है, न सद्भावना है साथ ही क्रूरता और अत्याचार की कोई सीमा भी नहीं है। यह भ्रम है कि कोई आपकी सुरक्षा करेगा। यदि कमजोर पड़े तो भेड़िये आप पर टूट पड़ेंगे फिर उन्हें रहम नहीं होगा कि किसे नोच रहे हैं। अतः आपकी सुरक्षा एकमात्र आपका परिवार है। वह जितना बड़ा होगा उतना ही अच्छा होगा किन्तु बड़े होने के साथ अपनेपन के भाव से संगठित होना और भी अनिवार्य है। सनातन एक परिवार है जिसकी मजबूती हर एक सदस्य के ह्रदय में अटल आस्था पर निर्भर है। लोगों के मन मस्तिष्क में आस्था का निर्माण पूजा, भजन, प्रवचन, कथा के माध्यम से साधू, संत, व्यास आदि करते है उनके विरुद्ध घृणा के भाव पैदा करने वाले आपके परिवार के हितैषी नहीं हैं।  

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