महाशिवरात्री

 



दुनिया में काल कभी रुकता नहीं है,

भोले को काल छू सकता नहीं है ।

दुनिया में अन्त भोले बाबा अनन्त,

कोई ज्ञानी उन्हे जान सकता नहीं है ।



राजा हो चाहे कोई साधू महन्त,

यहाँ सबकी दुकान नहीं कोई है सन्त ।

ये मिथ्या अहं में बौराए हुए हैं,

साथ भोले को छोड़ कोई देता नहीं है ।



भोले भजो रे मन भोले भजो रे,

उनकी कृपा के सहारे ही रहो रे ।

खुशियों के अवसर गवाना नहीं है,

गुज़रा जमाना फिर लौटा नहीं है ।

Comments

Popular posts from this blog

100th episode of PM Modi’s Man-ki-Baat

आचार्य प्रवर महामंडलेश्वर युगपुरुष श्री स्वामी परमानन्द गिरी जी महाराज द्वारा प्रवचन - प्रस्तुति रमेश चन्द्र तिवारी

युगपुरुष स्वामी परमानन्द जी महाराज की अध्यक्षता में श्रीमद् भागवत