आनन्द

आप उतने के बराबर ही आनन्द ले सकते हैं जितनी आपने तकलीफ़ उठाई है, उससे एक रत्ती भर भी अधिक नहीं | सुबह जल्दी उठना, अपने काम में लग जाना, दिन भर अपने कार्य योजनाओं को मुश्तैदी से निपटाना, किसी भी बिन्दु पर लापरवाही न करना, किसी ग़लत लत में न पड़ना और शाम को पूरी संतुष्टि से भोजन करना फिर सो जाना यही सब कष्टकारी है किन्तु यह जितना कष्ट देता है उतना ही आनन्द, साथ में जिसको ऐसा जीवन मिला है तो समझो उस पर ईश्वर प्रसन्न है | वही बच्चे बड़ी पीड़ा में जीवन व्यतीत करते हैं जो good time girl or good time boy होते हैं, अर्थात जो कष्टकारी स्थिति से सदैव बचने की कोशिश करते हैं जैसे सुबह जल्दी न उठना, काम से बचना, पैदल चलने से बचना, सार्वजनिक सवारी गाड़ियों से यात्रा करने से घबड़ाना, धूप या ठंढ से बचना, थोड़ा कम स्वादिष्ट भोजन न करना, जीभ प्रिय चीज़ों को जमकर खाना, मोबाइल पर मस्ती करना आदि आदि |

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