Saturday 4 November 2017

युगपुरुष स्वामी परमानन्द जी महाराज के बहराइच में दो दिवसीय कार्यक्रमों पर एक रिपोर्ट


गुरुवार, 2 नवंबर 2017 को दोपहर 3.00 बजे परम पूज्य सद्गुरुदेव स्वामी परमानंद जी महाराज का बहराइच पदार्पण हुआ | वे श्री शीतल प्रसाद अग्रवाल जी के घर पर यात्रा के पश्चात विश्राम कर रहे थे | मैं उनसे वहाँ मिला और आग्रह किया कि गुरुदेव बहराइच के लोगों के लिए आपका क्या संदेश है ? उत्तर में उन्होने कहा, "यह देश सबका है | इस देश की प्रतिष्ठा और इसका विकास सबको मिलना चाहिए वह भले ही किसी जाति, वर्ग या संप्रदाय का क्यों न हो |" मैने उनसे फिर प्रश्न किया, “गुरुदेव इस बार आप केवल 24 घण्टों के लिए बहराइच आए हुए हैं ? उन्होने कहा, "इस बार मैं 'स्वामी परमानन्द शिक्षा निकेतन खमरिया शुक्ल' के वार्षिकोत्सव व वहाँ कंप्यूटर शिक्षा के शुभारम्भ हेतु आया हूँ | आज जिस युग का आरम्भ हो चुका है उसमें प्रत्येक व्यक्ति को डिजिटल ज्ञान आवश्यक हो गया है | प्रधान मंत्री मोदी जी ई-भुगतान के साथ-साथ लगभग सारे सार्वजनिक कार्य व सुविधाओं को डिजिटलाइज़ करने पर ज़ोर दे रहे है और ऐसा आवश्यक भी है क्योंकि देश के विकास के लिए बाकी विकसित देशों के साथ कदम से कदम मिला कर हमें चलना ही होगा | हमारे ग्रामीण क्षेत्र का एक बड़ा भाग आज भी अशिक्षित है | अतः हमें उसे केवल शिक्षित ही नहीं करना है अपितु उन्हें कंप्यूटर सम्बन्धी ज्ञान भी कराना अति आवश्यक हो गया है | मैं चाहता हूँ कि इस विद्यालय के छोटे-छोटे विद्यार्थी कंप्यूटर चलाना सीखें और यह विद्यालय इसके लिए एक प्रेरणा श्रोत बने |"

दिनांक 2 नवंबर 2017 को सायं 7.00 बजे पूज्य सद्गुरुदेव डालमिया धर्मशाला में :

एक बड़ी संख्या में श्रद्धालू डालमिया धर्मशाला में पूज्य सद्गुरुदेव स्वामी परमानन्द जी महाराज के अशीर्वचनो को प्राप्त करने हेतु एकत्रित थे | श्री राकेश रस्तोगी जी ने गुरुदेव के स्वागत में गीत गाये तथा श्री मोहन लाल जी गोयल ने गुरु महिमा के भजन को प्रस्तुत किया | सर्वश्री शीतल प्रसाद अग्रवाल, पुरुषोत्तम दास अग्रवाल, कैलाश नाथ डालमिया, नंद कुमार माहेश्वरी, विजय यादव, रमेश तिवारी, रमाकांत जी गोयल, मस्त राम, मदन लाल रस्तोगी, नन्द कुमार जायसवाल, मदन अवस्थी, हृषिकेश मिश्र, कन्हैया लाल श्रीवास्तव, सनत कुमार शुक्ल, देवेन्द्र पांडे, राज कुमार सिंह आदि ने गुरुदेव का मल्यार्पण करके स्वागत किया |

स्वामी ज्योतिर्मयानंद जी महाराज ने अपने उद्बोधन में सन्त की व्याख्या करते हुए कहा कि मैने जो कुछ नहीं किया उसका फल मुझे कोई नहीं दे सकता | देवता भी विना स्वार्थ के कुछ नहीं देते - या तो परमात्मा या सन्त ही ऐसे हैं जो हमसे कुछ लिए विना हमें सब कुछ देते रहते हैं | 'ब्रिक्ष कबहु न फल भखे नदी न सन्चय नीर' संत इस प्रकृति का होता है | सन्त की समीपता से हमें पुन्यात्मा और सदाचारी बनने का अवसर प्राप्त होता है | 'पर दुख द्रवय सो सन्त पुनीता |' उन्होने कहा आपका धर्म सर्व श्रेष्ठ है, उसे गाली मत दो | जब कोई दूसरे संप्रदाय का व्यक्ति हमारे धर्म की आलोचना करता है तब उतना बुरा नहीं लगता है जितना कि जब आप स्वयं उसके विषय में भला-बुरा कहते हो | ईश्वर कभी अपने को ईश्वर की तरह नहीं प्रस्तुत करता बल्कि जो ईश्वर नहीं है केवल वही ईश्वर की तरह अपने को पेश करता है |

“15 से 23 नवंबर 2017 के बीच मवई धाम में वृष्णु यग्य, भागवत कथा, भंडारा तथा साथ में 71 निर्धन कन्याओं का सामूहिक विवाह समारोह संपन्न होने जा रहा है |” पूज्य गुरुदेव ने इस सूचना के साथ बहराइच के लोगों को उसमें शामिल होने का निमत्रण दिया | गुरुदेव ने कहा ग़रीब को देख लो अमीर हो जाओगे, अमीर को देख लो ग़रीब हो जाओगे | आपको बड़े होने के लिए आपको मवई धाम बुलाया जा रहा है | उन्होने आगे कहा कि आपकी कमाई तभी सार्थक है जब आपका धन आपके या किसी असहाय के काम आवे | उन्होने प्रधान मंत्री मोदी जी की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे चाहते हैं कि भारत ऐसा हो, वैसा हो और कितनी जल्दी वह विकसित देशों जैसा हो | किंतु केवल एक व्यक्ति के सोचने से इतने बड़े देश में कुछ नहीं हो सकता | इसमें पूरे देश के सहयोग की आवश्यकता है | फिर भी हमें विकास और परिवर्तन के नाम पर अपनी संस्कृति से समझौता नहीं करना है | हम गाय पालें, खुद खेती से खाने का अन्न उपजाएँ, प्राचीन पध्यति को लाने की कोशिश करें ताकि यूरिया या कीटनाशक रसायन से होने वाली बीमारियों से बच सकें |


दिनांक 3 नवंबर 2017 को पूज्य सद्गुरुदेव ‘स्वामी परमानन्द शिक्षा निकेतन, खमरिया शुक्ल’ में :

स्वामी परमानन्द शिक्षा निकेतन, खमरिया शुक्ल ने एक भारी जन समुदाय की उपस्थिति में अपना वार्षिकोत्सव मनाया | इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के संस्थापक पूज्य सद्गुरुदेव स्वामी परमानन्द जी महाराज ने की और महसी क्षेत्र के विधायक श्री सुरेश्वर सिंह जी इसमें मुख्य अतिथि थे | विद्यालय के बच्चों ने बड़े ही मनमोहक शैक्षिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जिनमें साकेत मिश्र ने अँग्रेज़ी में पूज्य सद्गुरुदेव की महिमा पर भाषण दिया, एक छोटे से बच्चे अभिनव बाजपेयी ने एक सुंदर अग्रेज़ी की कविता सुनाई, रिमझिम मिश्रा ने हिन्दी में राष्ट्र प्रेम पर आधारित एक गीत प्रस्तुत किया, इसके अतिरिक्त शिव पूजन, सीमा देवी, सीता, अंतिमा, निशा, प्रियंका मिश्रा, प्रियांशी, महिमा अन्शु आदि ने योगासन व गीत, नृत्य और नाटक प्रस्तुत किए | इनके प्रदर्शन को देखकर सभी दर्शक मंत्र मुग्ध हो गये | ये कार्यक्रम संगीत अध्यापक श्री आशुतोष पांडे व पंकज कुमार शुक्ल के निर्देशन में संपन्न हुए |

विद्यालय को श्री शीतल प्रसाद अग्रवाल के द्वारा कंप्यूटर सेट प्रदान किए गये थे | इसकी शिक्षा सत्र का उदघाटन पूज्य गुरुदेव की कृपा छत्र में मुख्य अतिथि श्री सुरेश्वर सिंह के द्वारा किया गया | मुख्य अतिथि ने उस क्षेत्र के निवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह विद्यालय एक संत पुरुष का वरदान है | यहाँ तो पूज्य महाराज श्री के नाम से इण्टर कालेज व महाविद्यालय खुलना चाहिए - क्षेत्र को इसकी आवश्यकता है | उन्होने ग्राम वासियों से कहा कि आप लोग जिस गुरु से श्रद्धा रखते हैं उन्हें गाय से बड़ी श्रद्धा है | कम से कम पूज्य गुरुदेव से इसकी प्रेरणा प्राप्त करो और अपनी गौओं को दूध लेने के बाद छुट्टा छोड़ना बन्द कर दो | मोदी जी की वजह से गाय कटना बन्द हो गई और उनकी कीमतें कम हो गई | इसका मतलब यह नहीं है कि आप लोग गाय पालन ही बन्द कर दो और इससे होनी वाली अव्यवस्था का दोष सरकार के मत्थे मढ़ दो | एक गाय पालकर विना अँग्रेज़ी खाद व कीटनाशक दवाओं के खेती किया जा सकता है | आप लोग गौओं को छुट्टा करके भारत को विश्व गुरु बनाओगे ? उन्होने विद्यालय प्राचार्य श्री हरी नाथ मिश्र के अनुरोध पर विद्यालय के लिए कई सूबिधाओं की घोषणा की जिनमें सड़क, पानी, विजली आदि शामिल हैं |

एक बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए परम पूज्य सद्गुरुदेव स्वामी परमानन्द जी महराज ने कहा कि विभिन्न प्रदेशों के स्कूलों में भोजन वितरण एक अनावश्यक कार्य है | इसके कई दुष्परिणाम देखने को मिले हैं | अतः इस विषय पर राष्ट्रीय स्तर पर विचार होना चाहिए | प्रदेश में शिक्षा सुधार के लिए मुख्य मंत्री योगी जी की गंभीर सोच की उन्होने सराहना की और कहा कि प्रधान मंत्री मोदी जी के इरादे बहुत अच्छे हैं | वे काश्मीर की व नक्सलवाद की समस्या को समाप्त करके ही रहेंगे | दुख है कि विरोधी पार्टियाँ उन्हें ठीक से काम नहीं करने देतीं | उन्होने ज़ोर देकर कहा कि अगले चुनाव में यदि मोदी जी असफल होते हैं तो यह असफलता उनकी नहीं होगी अपितु सारे देश की होगी |

गुरुदेव ने कहा कि भगवान कहते हैं कि शैतान से मनुष्य बनो किन्तु ऐसे सिखाने वाले हैं जो आतंकवादी बनाते हैं | मन्दिर बन भी जाय तो क्या गारन्टी कि लोग उसे फिर नहीं तोड़ेंगे | हम वह भारत चाहते हैं जिसमें विकास के साथ अपनी संस्कृति की सुरक्षा भी हो | इसलिए आज हमें संगठित होने की नितांत आवश्यकता है | स्त्री पागल हो जाय किंतु वह नंगी नहीं हो सकती, वहीं यदि पुरुष पागल हो जाय तो वह नंगा पहले होगा | हमारा संस्कार रहा तो ये बेटियाँ पागल भी हो जाएँगी तो भी वेधर्म नहीं होगीं | पत्नियों को धर्म-पत्नी क्यों कहा गया क्योंकि यदि धर्म है तो पत्नियाँ हैं | देश के लिए कोई समय समर्पित करता है, कोई धन समर्पित करता है और कोई जीवन ही समर्पित कर देता है | ऐसे सपर्पण की आज हर स्तर पर आवश्यकता है | तब ही जाकर हमारा देश और संस्कार सुरक्षित हो सकते हैं | इस देश में आधुनिक शिक्षा ने ईश्वर का डर ही समाप्त कर दिया है इसी वजह से आज समाज विकृत अवस्था में पहुच गया है | बच्चों में संस्कार डालो टीवी से संस्कार सीखना बंद करो | बड़े ख़तरे हैं - यदि धर्म नहीं है तो कौन बचाएगा ! उन्होने कहा योगी जी और मोदी जी दोनो ही लगे हुए हैं | मैं प्रधान मंत्री के दीर्घ आयु की कामना करता हूँ ताकि वे एक बार और प्रधान मंत्री बनकर देश को सुरक्षित स्थिति में करने में सफल हों | यदि धर्म नहीं है तो आपको कौन बचाएगा ? गुरुदेव ने भी लोगों से कहा कि मैं गाय से लगा हूँ तुम भी गाय से लगो यदि मुझसे प्रेम करते हो |

                                                                                     प्रस्तुति रमेश तिवारी                                                                                                                                                    

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