Thursday 10 November 2016

प्रधान मंत्री मोदी द्वारा मुद्रा संशोधन - एक साहसिक एवं ऐतिहासिक कदम

There was a greedy donkey. He had got into the habit of grazing in crop fields stealthily. He would then go to a nearby river to take a drink of cold water. One day he ate too much of the newly grown plants in the field of a poor farmer and went to the river. But as he stooped down, the water level rose and the river burst its banks. Suddenly a strong current came and swept him in. “Help, help the whole world is drowning!” he cried out. “Hey! Come to the rescue! Everything is drowning!” this is how the opposition shouts after the Modi Government has launched a campaign of purging the economy of the black money.

यदि नम्बर २ की रकम को रखने के रास्ते बंद हो जाएँ तो आज के मालामाल कल के कंगाल हो सकते है और आज के मेहनतकश कल के सुखी इंसान बन सकते हैं | प्रधान मंत्री मोदी जी का यह ऐतिहासिक फ़ैसला व्यवस्था बदलने वाला है और हराम की खाने वालों को सड़क पर खड़ा कर देने वाला है | कांग्रेस की व्यवस्था में माफिया, काला व्यापारी, तस्कर, सूदखोर, दलाल, घूसखोर जैसे हराम की कमाई करने वाले बहुत मौज कर चुके हैं - अब उनके बुरे दिन आने वाले हैं और मेहनत मजूरी करने वालों के वास्तव में अच्छे दिन आने वाले हैं |

जब भी फसल तैयार होती है जमाख़ोर अपना गोदाम खोल देते हैं | परिणामस्वरूप, अनाज के भाव ज़मीन पर आ जाते हैं फिर वे इस गिरी हुई कीमत पर किसानों का अनाज खरीद दर अपना गोदाम भर लेते हैं और जब किसान के पास अनाज समाप्त हो जाता है तब अपने गोदामों को फिर बंद करके धीरे-धीरे निकासी करने लगते हैं और दुगनी तिगुनी कीमत पर वही अनाज बेच कर मुनाफ़ा कमाते हैं | ऐसे लोगों का देश के लिए कोई योगदान नहीं होता है बल्कि उपभोक्ता और किसान दोनों की जेब काटते हैं | आज देश में कला धन रखने वाले जमाख़ोर जो कल तक सौ करोड़ के मलिक थे वे केवल एक करोड़ के मलिक रह गये हैं | ऐसे में वे जमाखोरी करने की स्थिति में नहीं होंगे | अब आप ही बताओ कि जनता परेशान हो रही है कि स्वयं वे लोग जो यह कह रहे हैं कि एक हज़ार और पाँच सौ के नोट बंद होने से ग़रीब और मध्यम वर्ग समस्या ग्रस्त हो गया है | मायावती जी और केजरीवाल जी ने तो यहाँ तक कह डाला कि बीजेपी ने तो अपना काम बना लिया और चुनाव के वक्त हमें फँसा दिया | एक पार्टी बोल रही है कि उसे कुछ वक्त मिलना चाहिए | क्या मतलब निकाला ? यही तो कि उनका काला धन फँस गया है जिसकी परेशानी है जनता की नहीं | जब यूपीए की सरकार थी तब बीजेपी ने उन्हें उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा कर चुनाव हराया था | अब बीजेपी की सरकार है, यदि सरकार भ्रष्ट होती तो इन्हें भ्रष्टाचार पकड़ में आता न कि उल्टे इन्हें अपने ही काले धन को बचाने पर बन आती |

मोदी सरकार ने जिस तरह से एक हज़ार और पाँच सौ के नोट चलन से बाहर किए हैं ऐसा निर्णय केवल वही प्रधान मंत्री ले सकता है जिसे देश से प्रेम हो न कि अपने से | मुख्य मंत्री और प्रधान मंत्री के रूप में कार्य करते हुए मोदी जी को कितना समय हो गया | इस दौरान उन्होने अपने परिवार को मेडिकल सुविधा के अतिरिक्त और कोई लाभ नहीं पहुचाया | काले धन के विरुद्ध प्रधान मंत्री जी के इस कदम का विरोध वे लोग किस मुँह से कर रहे हैं जो सत्ता का उपयोग केवल अपनी पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित करने में करते रहे हैं | किसी को नहीं दिखता कि भारतीय अर्थ व्यवस्था को नकली नोट किस तरह चौपट किए हुए है ! किसी को नहीं दिखता कि काले धन के बल पर देश में असामाजिक तत्व संगठन बनाए किस तरह सक्रिय हैं और सामाजिक संतुलन विगाड़ने, वसूली करने में किस तरह लिप्त हैं ! किसी को नहीं दिखता कि पाकिस्तान हमारी ही करेंसी छाप कर उससे खरीदे गये हथियार हम पर ही चला रहा है ! किसी को नहीं दिखता कि धार्मिक उन्माद के पीछे काला धन काम कर रहा है ! किसी को नहीं दिखता कि दूसरों पर दोष मढ़ने वाले तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करने वाले नेता खुद कितना कला धन जमा किए हुए हैं ! किसी को नहीं दिखता कि जमाख़ोर किस तरह उपभोक्ता और किसानों का शोषण कर रहे हैं ! किसी को नहीं समझ आता कि देश में मुद्रा संशोधन से कीमतें वर्ष भर समान रह सकती हैं और मुद्रा स्फीति नियंत्रित हो सकती है ! यदि किसी को यह सब समझ नहीं आता तो प्रश्न है उसकी निष्ठा देश के प्रति क्या हो सकती है ?

Devastated Russia restored its old glory because a sound man with nationalist views came to power and the people constantly put their faith in him. The same thing has lifted China to the height of a third super power. These two countries now run under one-man rule though they have democratic system. Anyway, happily it looks like the people of India have decided to follow those of Russia and China and will continuously support PM Modi.



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