जिंदगी
Long ago I set
off for a journey
To an unknown
world:
A happy walk
around my home,
Then a reluctant
but mischievous march
Between home and
school,
Now a heavy race
Between home and
office.
I don’t know
where to go
But I know I’ve
come a long way -
Through the
hills
Across the
desert, plains and sea.
I must look back
to see
If the way
behind me is
Clean, safe and
clear for
Those who follow
me.
तसल्ली छटकती रही कोशिशें हँसती दगा देती गईं !
पथरीली जिंदगी पर छेड़ती रहीं मुश्किलें हर वक्त पे |
तसल्ली, तू जाएगी कहाँ आएगी दर्द के दिल में ही,
देख मुझको मोहब्बत है बहुत दर्द के हर शक्ल से |
कभी मत कहना मैं आया नहीं था बड़े अरमान लेकर,
बात अभी भी वही है, बात फिर भी तब कुछ और थी |
कितनी तस्वीरें बनाई थीं आपके खूबसूरती की,
भाप के लच्छे उठने लगे, तस्वीरें मिटती गयीं |
बात अभी भी वही है, बात फिर भी तब कुछ और थी |
कितनी तस्वीरें बनाई थीं आपके खूबसूरती की,
भाप के लच्छे उठने लगे, तस्वीरें मिटती गयीं |
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