Impossible Customer

Galaxy: An International Multidisciplinary Research Journal has published my short story “Impossible Customer” today. The story tells of how bank and insurance staff show tact and patience with difficult customers and also aims to dispel the notion that an employee often discriminates against some of his visitors.
बीमा और बैंक के कार्यालयों में अक्सर कुछ ऐसे ग्राहक आते हैं जिन्हें संतुष्ट कर पाना एक चुनौती होती है | मेरी इस कहानी को पढ़िए और देखिए बैंक, बीमा के कर्मचारी किस तरह दुरूह ग्राहकों को प्रसन्न रखते हैं |To enjoy a very appealing read, click on to the link:
http://www.galaxyimrj.com/V6/n2/Ramesh.pdf

Comments

Popular posts from this blog

100th episode of PM Modi’s Man-ki-Baat

आचार्य प्रवर महामंडलेश्वर युगपुरुष श्री स्वामी परमानन्द गिरी जी महाराज द्वारा प्रवचन - प्रस्तुति रमेश चन्द्र तिवारी

युगपुरुष स्वामी परमानन्द जी महाराज की अध्यक्षता में श्रीमद् भागवत